तीन ताल के 121वें एपिसोड में कमलेश 'ताऊ', पाणिनि ‘बाबा’ और कुलदीप ‘सरदार' से सुनिए:
-शुभांक एपिसोड में तीन तालियों से सरदार की अपील.
-न्यू बनाम ओल्ड रिजीम. बजट में बाबा के काम का क्या था?
-पुराने बजटों में शेर-ओ-शायरी की ज़रूरत क्यों पड़ती थी?
-'सदन कम्फर्ट & सिगरेट बजट'.
-सरकार और देश के बजट का अंतर. बजट का लघुशंका और दीर्घशंका.
-आपका बजट न बिगड़े, इसका तरीका क्या है? भगौड़ों के समर्थन में बुरा क्या है?
-सिबिल स्कोर की चोंचलेबाजी. फिस्कल डेफिसिट का मज़ा! फॉर्च्यून & फॉर्च्यूनर का कनेक्शन.
-मोटापे पर विस्तार से बातचीत. मोटापे से त्रस्त या मस्त? हैदराबाद का ओबेसिटी.
-दो वक़्त की रोटी ही क्यों, तीन वक़्त की क्यों नहीं? गरीबी और मोटापा का क्या लिंक है?
-ओबीज़ और उन्नीस का फ़र्क़! अन्न का मतलब चावल. फिटनेस की ज़रूरी शर्तें.
-अमेरिकी गेंहू का शिकंजा. मरने के दो रास्ते कौन से हैं? मोटा रहना क्यों आसान है?
-फिट रहने का इकलौता फ़ायदा! जिम जाना क्यों बेवक़ूफ़ी का सौदा है?
-कैलरी वेस्टेज. जब ताऊ छरहरे थे!
-मोटापे का उत्सव. पतला होना क्या स्वस्थ होना है?
-5 रुपये के लिए झुकूं क्या? चूल्हा और कूल्हा का बिम्ब. पेट की चर्बी का प्रॉब्लम.
-मोटापा जांचने का हैक. मोटापे के फ़ायदे. सिक्स पैक ऐब.
-कैपिटलिस्ट की दूरदृष्टि. मोटे अनाज का साल.
-बिज़ार ख़बर में सिरफिरे आशिक़ की कहानी जो अपनी प्रेमिका के होने वाले दूल्हे के नाम धमकी भरा पर्चा चिपका आया. उस पंजाब की बात जहां एक ई-रिक्शा वाले ने पुलिसवाले को नाको चने चबवा दिए.
-ताऊ को क्यों आई रणधीर कपूर की याद? सनी देओल का प्रभाव.
-बुआ का वीटो. शादी के गेम! चेजिंग सीन्स.
-प्रेम क्या है?
-ई रिक्शा की उलझन. शहर में एम्बुलेंस का फ़ायदा.
-अर्झापेल का अर्थ. कोऑपरेटिव बारिश का आनन्द.
-और आख़िर में प्रिय तीन तालियों की चिट्ठियां.
प्रड्यूसर ~ शुभम तिवारी
साउंड मिक्सिंग ~ नितिन रावत
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