एक नयी विश्व व्यवस्था के लिए भारत कैसे तैयारी करे? The New World Order and India.
विश्व व्यवस्था के घटनाक्रम में हाल ही तीव्रता से बदलाव हुए हैं। अमरीका और चीन के बीच में 1971 से शुरू हुआ तालमेल का सिलसिला आज एक शीत युद्ध में तब्दील हो गया है। बदलते समीकरणों के चलते अगले २५ सालों में भारत को क्या कदम उठाने चाहिए, इस विषय पर है हमारी इस हफ़्ते की पुलियाबाज़ी |
इस पुलियाबाज़ी में सौरभ और प्रणय ने इन सवालों पर चर्चा की:
१. “विश्व-व्यवस्था” शब्द का अर्थ क्या है? २. ऐतिहासिक तौर पर किस प्रकार की विश्व-व्यवस्थाएं रह चुकी है? ३. अमरीका और चीन के मनमुटाव के चलते भारत पर इसका क्या असर पड़ेगा? ४. विश्व-व्यवस्था में आख़िर बदलाव अब क्यों आ रहा है? ५. क्या चीन अमरीका को विश्व के सबसे ताक़तवर देश के रूप में विस्थापित कर सकता है?
सुनिए और कहिए कैसा लगा आपको @puliyabaazi या फिर puliyabaazi@gmail.com पर।
It’s nearly impossible to read a book on geopolitics today without the mention of the phrase A New World Order. Many claims of this New World Order narrative need deeper investigation, starting from these questions: what constitutes a world order? How was the US able to reach this position of a world leader after the World War II? What are the odds that China will replicate this feat? And finally, in what ways can India shape the world order?
These are the questions we tackle in this week’s episode.
Recommended reading and listening on this topic: Takshashila Discussion Document on ‘India’s Strategies for a New World Order’ Pranay Kotasthane on ‘Ingredients of a New World Order’ The Pragati Podcast episode on ‘A New Brave World Order’ Opinion piece in Rajasthan Patrika ‘भारत कैसे तैयारी करें नयी विश्व-व्यवस्था से निपटने के लिए’ If you have any comments or questions please write to us at puliyabaazi@gmail.com Follow us on twitter: https://twitter.com/puliyabaazi Follow Puliyabaazi on Facebook: https://www.facebook.com/puliyabaazi/
See omnystudio.com/listener for privacy information.
Create your
podcast in
minutes
It is Free