तीन ताल के इस एपिसोड में कमलेश ‘ताऊ’, पाणिनि ‘बाबा’ और कुलदीप ‘सरदार’ से सुनिए
- उन इत्तेफ़ाक पर बात, जिन पर तीन ताल में बात होती है और वो सच साबित हो जाते हैं
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- वैक्सीन की शॉर्टेज और उसको लेकर प्रचलित भ्रांतियाँ, क्यों बाबा ने ये कहा कि हिंदुस्तान में लोग निर्धन होने को तैयार हैं, नपुंसक कोई नहीं होना चाहता ! सरदार के वैक्सिन लगाने का फ़र्स्ट हैंड एक्सपीरियंस.
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- ऑक्सीजन की उपलब्धता होते हुए भी क्यों हम उसकी किल्लत से जूझ रहे हैं और न्यूजीलैंड के दूतावास का यूथ कॉंग्रेस के अध्यक्ष को टैग कर ऑक्सीजन माँगना क्यों ग़लत नहीं ?
- क्यों ताऊ ने कहा कि तीसरी लहर की तैयारी पहले से होनी चाहिये ? क्योंकि पॉलिटिकल पंडित कहते हैं कि पहली 2014 में आई थी और दूसरी 2019 में.
- कंगना रनौत का ट्विटर अकाउंट सस्पेंड हो जाने के बहाने बात ‘द कंगना फेनोमेना की , आख़िर क्यों फिल्मी परदे पर एक वीमेन सेंट्रिक किरदार निभाने वाली, बेबाक और संज़ीदा अभिनेत्री असल ज़िंदगी में ज़ाहिलपने की चादर ओढ़ लेती है ? व्यक्ति से अधिक इस विचार की बात.
- क्यों आज के वक़्त में तटस्थ होना सबसे कठिन ? क्यों ऐसे लोगों से दोनों खेमों को दिक्कत ?
- पश्चिम बंगाल में पोस्ट पोल हुए वायलेंस की बात , क्यों इस बार उसका रंग ज़ुदा और ये रंग किसी के हक़ में क्यों नहीं ?
- मदर्स डे के बहाने बात मां के स्नेह समर्पण की, क्यों वो महज़ ममता का चित्रण भर नहीं? माँ से जुड़ी चीज़ों का नौस्टैलज़िया और उनका फ़्री लेबर जिसे सबने त्याग समझा.
- न्योता वाले श्रोता में - दो लिसनर्स की चिट्ठी. ताऊ, बाबा और सरदार की ओर से उनकी पसंदीदा फ़िल्मों के रेकमेंडेशन.
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